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क़र्ज़ से छुटकारा पाने के उपाय

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क़र्ज़ से छुटकारा पाने के उपाय

कर्ज़ से मुक्ति/छुटकारा, कर्ज उतारने के उपाय/मंत्र/टोटके, आर्थिक तंगी के हटाने उपाय- वर्तमान युग में कर्ज लेना सामान्य सी बात हो गई है| विश्व भर की आर्थिक व्यवस्था बैंकिंग के स्तर पर प्रोत्साहित कर रही है| यदि आपके पास नियमित आय है तो दुनिया भर के ऐशो आराम का साधन आप कर्ज से जुटा सकते हैं| भले ही वेतन का चौथाई हिस्सा ही घर क्यों ना आए दिखावे के लिए लोग कर्ज पर कर्ज लेते चले जाते हैं| समस्या तब आती है जब नियमित आय का साधन समाप्त हो जाता है| भारी भरकम कर्ज से लदी ज़िंदगी वहीं थककर हाँफने लगती है| कई बार मजबूरी में भी इंसान को कर्ज लेना पड़ता है, जैसे व्यापार में नुकसान, बड़ी बीमारी, बेटी-बहन की शादी आदि| प्रत्येक व्यक्ति जो हृदय वास्तव में ईमानदार है, यही सोचता है कि अमुक पैसा आने के बाद चुका दूंगा परंतु बदकिस्मती पीछा नहीं छोड़ती, वह पुराना कर्ज चुकाने की बजाय नया कर्ज लेने पर मजबूर हो जाता है| यह एक ऐसा दलदल है जिसमे एक बार फँसने के बाद इंसान उम्र भर तड़पता रह जाता है|

क़र्ज़ से छुटकारा पाने के उपाय
क़र्ज़ से छुटकारा पाने के उपाय

कर्ज़ से मुक्ति/छुटकारा

भारतीय ज्योतिष शास्त्र में कर्ज से छुटकारे के लिए अनेक निदानों का वर्णन किया गया है| हृदय में विश्वास रखते हुए, इन्हें आजमाने से आय के नूतन स्तोत्र खुलते हैं जिससे इंसान सहज ही कर्ज मुक्त हो जाता है| आप निम्नलिखित में से किसी भी उपाय को अपनी सुविधानुसार अपना सकते हैं –

  • मिट्टी के एक दीये में सरसो का तेल डालकर उसे ढक दें| शनिवार को सूर्यास्त की बेला में किसी नदी तट अथवा तालाब के किनारे उसे गाड़ दें|
  • घर अथवा दफ्तर में गौ के सम्मुख वंशी बजाते श्री कृष्ण का चित्र लगाएँ| इससे कर्ज चढ़ता ही नहीं है तथा पैसा डूबता नहीं है|
  • मंगलवार को कर्ज न लें वरना सरलता से चुकाना संभव नहीं होता| परंतु लिए हुए कर्ज का भुगतान मंगलवार से करना प्रारम्भ करें|
  • सर्व सिद्धि बीसा यंत्र धारण करें|
  • चांदी का एक पत्ता, 5 गुलाब के फूल, अक्षत तथा गुड लेकर श्वेत वस्त्र में बांध लें तथा 21 बार गायत्री मंत्र का पाठ करें, तदुपरान्त उसे बहते हुए जल में बहा दें|
  • प्रति दिन शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएँ|
  • मंगलवार से प्रारम्भ कर प्रतिदिन ऋण मोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करें|
  • प्रतिदिन सूर्योदय से पूर्व गजेंद्र मोक्ष का पाठ करें|
  • शनिवार के दिन किसी श्मशान के कूएँ से जल लेकर आएँ तथा उसे पीपल के पेड़ की जड़ में डाल दें| यह क्रिया निरंतर 6 शनिवार तक दोहराएँ|
  • प्रत्येक मंगलवार को ऋण मुक्ति गणेश स्तोत्र का पाठ करें|
  • मसूर की धुली दाल मंगलवार के दिन दान करें|
  • घर के ईशान कोण को सदैव साफ-सुथरा रखें|
  • दीवाली की रात लक्ष्मी पूजन के समय 21 हकीक के पत्थरों की भी पूजा करें और अपने घर में ही कहीं गाड़ दें|
  • शनिवार के दिन अपनी लंबाई के बराबर धागा लेकर उसे एक नारियल पर लपेट दें, धूप-दीप दिखाएँ तथा बहते हुए जल में बहा दें|

 

कर्ज उतारने के मंत्र

पूजा-अर्चना तथा मंत्रोच्चारण मन में शांति का संचार करते हैं| परिणामस्वरूप आपके आस-पास सकारात्मक ऊर्जा तरंगे निर्मित होने लगतीं हैं| इससे प्रयत्न के लिए नई दिशा मिलती है, जो शतप्रतिशत सफल होती हैं| अतः नीचे कुछ सरल मंत्रों का विवरण भी दिया जा रहा है-

मंत्र – 1

‘ओम ह्रीं महालक्ष्मी च व‌िद्महे व‌िष्‍णुपत्नीं च धीमह‌ि तन्नो लक्ष्मीः प्रचोदयात् ह्रीं ओम,

विधि: कमलगट्टे की माला पर नियमित रूप से उक्त मंत्र का नित्य 1008 बार जाप करें|

मंत्र –-2

 ओम आं ह्रीं क्रौं श्रीं श्र‌ियै नमः ममालक्ष्मीं नाशय नाशय ममृणोत्तीर्णं कुरु कुरु संपदं वर्धय वर्धय स्वाहा।’

विधि: 44 दिनों में दस हजार जाप का संकल्प लेकर पूर्ण करें|

मंत्र -3

“ॐ ऋण मुक्तेश्वर महादेवाय नम:”

विधि: मंगलवार के दिन शिव मंदिर में शिवलिंग के ऊपर मसूर डाल अर्पित करते हुए उक्त मंत्र का जाप करें|

आर्थिक तंगी के हटाने उपाय

आर्थिक तंगी से परेशान व्यक्ति ही जरूरत के समय किसी से कर्ज लेता है| इसे अपना दुर्भाग्य मानकर हार मान लेने की बजाय परिश्रम के द्वारा धन उपार्जन करने का प्रयत्न करें साथ ही निम्नलिखित उपाय में से कोई भी उपाय अपनी इच्छानुसार आज़माएँ|

  • शंकराचार्य द्वारा रचित कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें|
  • आदत में शामिल करते हुए जब भी बाहर से घर लौटकर आएँ कुछ न कुछ लेकर आएँ, अर्थात हाथ खाली नहीं होना चाहिए|
  • काला तिल लेकर परिवार के सभी सदस्यों के ऊपर से उसारकर उत्तरदिशा में फेंक दें| धनहानि समाप्त होता है|
  • प्रत्येक गुरुवार को सुहागन स्त्री को सुहाग सामग्री दान करें|
  • घर के मुख्य दरवाजे पर सरसो के तेल का दीपक लगाएँ| उस दीपक में बचे हुए तेल को संध्या काल में अगले दिन पीपल के पेड़ पर चढ़ा दें| ऐसा निरंतर 7 शनिवार तक करें|
  • चमकीले वस्त्र में एक नारियल बांधकर पूजा स्थल अथवा तिजोरी में रख दें|
  • घर की दीवारों पर कमल के पुष्प का चित्र लगाएँ|
  • घर के दक्षिण-पूर्व कोण में मोर पंख लगाएँ|
  • यदि घर में एक भी घड़ी बंद पड़ी हो तो उसे तुरंत हटा दें, टपकता हुआ नल यथाशीघ्र ठीक करवाएँ| टूटे जूते चप्पल घर में न रखें, मकड़ी के जाले प्रत्येक शनिवार को साफ करें|
  • देवी लक्ष्मी को कमल गट्टे की माला चढ़ाकर नदी अथवा तालाब में विसर्जन कर दें|
  • ग्रहण काल अथवा दीवाली की रात एक लौंग तथा एक छोटी इलायची को जलाकर भस्म बना लें तथा देवी-देवताओं के चित्र पर लगाएँ|
  • घर के बगीचे में आक(आंकड़ा) का पौधा लगाएँ|
  • तिजोरी में पूजा के सुपारी रखें|
  • मंगलवार के दिन लाल गाय को रोटी खिलाएँ|
  • बहेड़ा वृक्ष की जड़ तथा पत्ता रवि पुष्य के दिन घर लेकर आएँ तथा उसकी पंचोपचार विधि से पूजा करें| तदुपरान्त लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी अथवा पूजा स्थल पर रखें|
  • सुबह उठकर गृह लक्ष्मी घर के मुख्य द्वार पर एक लोटा जल डालें|
  • काली मिर्च के पाँच दाने लेकर अपने सिर पर से 7 बार उसार लें, पुनः किसी चौराहे अथवा सुनसुसान स्थान पर जाकर चारो दिशा में चार दाने फेंकर पांचवा दाना आसमान की तरह फेंक दें| यह अत्यंत लाभकारी उपाय है| इससे यदि ऊपरी बाधा, नज़र दोष, ग्रह दोष के कारण धनहानि हो रही हो, आर्थिक तंगी की स्थिति लगातार बनी हुई हो तो इससे छुटकारा मिल जाता है|